साहस के धनी
यह राह नहीं है फूलों की, काँटे भी इस पर मिलते हैं। ले करके दरद जमाने का, बस, हिम्मत वाले चलते हैं।। जिंदगी हमारी फूलों की सेज नहीं है, यह काँटे भी बहुत हैं। जो भी इस दुनिया में आया है, उसे किसी-न-किसी मोड़ पर कम या अधिक कडुई सच्चाइयों का सामना करना ही पड़ा है, जो काँटों की तरह नुकीली, पैनी होती हैं और चुभने पर हमें पीड़ा देती हैं। तब जीवन में आगे बढ़ने के लिए खुद को बेखौफ, साहसी बनाने की जरुरत होती है, ताकि राह की कठिनाइयों से डरकर नहीं, बल्कि डटकर मुकाबला किया जा सके और सँभलकर चला जा सके, ताकि राह के काँटे हमें चुभ न सकें।
This is not the path of flowers, even thorns are found on it. To take the time of pain, only those with courage walk. Life is not our flower bed, it has many thorns too. Anyone who has come into this world has at some point or the other had to face more or less bitter truths, which are sharp, sharp like thorns and when pricked, give us pain. Then in order to move forward in life, we need to make ourselves fearless, courageous, so that we can not be afraid of the difficulties of the road, but we can face it boldly and walk carefully, so that the thorns of the path do not prick us.
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ज्ञान की निधि वेद वेद ज्ञान की अमूल्य निधि एवं धरोहर है। इनमें आंलकारिक प्रसंग से जटिल विषय को सरल करके समझाया गया है। देश का एवं मानवजाति का दुर्भाग्य है कि महाभारत के पश्चात वेदों के पठन-पाठन की परम्परा छूट गई तथा चारित्रिक कुरीतियाँ प्रचलित हो गई जो हमारे पतन का तथा वैदिक सभ्यता के उपहास का कारण बनी। इन कुरीतियों को...