आध्यात्मिक स्पर्श
अपनी समग्रता में पूरी ईमानदारी और समझदारी के साथ संपन्न प्रक्रिया स्वाभाविक रूप में आध्यात्मिक स्पर्श लिए होती है। इस तरह जीवन की समग्र सफलता व्यक्तित्व के विकास के साथ चरणबद्ध ढंग से संपन्न होती है, जिसका कोई शॉर्टकट नहीं। यदि कोई शॉर्टकट से सफलता के शिखर पर आरूढ़ हो भी जाए तो इससे जुड़े सार्थकता के बोध से वंचित रहता है और ऐसी सफलता नींव के कमजोर होने पर अधिक देर तक टिकी रह पाती। स्थायी सफलता का आधार तो आंतिरक जड़ों के आधार पर खड़ा किया गया व्यक्तित्व का भव्य भवन है, जो जीवन के प्रति गहरी समझ एवं ठोस चारित्रिक आधार लिए होता है।
In its totality, a process carried out with complete sincerity and understanding naturally has a spiritual touch. Thus the overall success of life comes with the development of personality in a phased manner, which has no shortcuts. Even if one reaches the pinnacle of success by shortcut, he is deprived of the sense of significance associated with it and such success would have survived for a long time if the foundation was weak. The basis of lasting success is a grand building of personality erected on the basis of internal roots, which has a deep understanding of life and a solid character base.
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ज्ञान की निधि वेद वेद ज्ञान की अमूल्य निधि एवं धरोहर है। इनमें आंलकारिक प्रसंग से जटिल विषय को सरल करके समझाया गया है। देश का एवं मानवजाति का दुर्भाग्य है कि महाभारत के पश्चात वेदों के पठन-पाठन की परम्परा छूट गई तथा चारित्रिक कुरीतियाँ प्रचलित हो गई जो हमारे पतन का तथा वैदिक सभ्यता के उपहास का कारण बनी। इन कुरीतियों को...