दिनचर्या का शुभारंभ
ब्राम्हमुहूर्त सूर्योदय से डेढ़ घंटे पहले का समय है दिनचर्या के शुभारंभ का यह समय सर्वश्रेष्ठ रहता है। हर समझदार व्यक्ति इस समय का सदुपयोग करता है और साधना की दृष्टि से तो इस समय का विशेष महत्व होता है; क्योंकि इस समय मन स्वाभाविक रूप से ध्यान करने के लिए प्रवृत्त होता है। आश्चर्य नहीं कि हर सफल व्यक्ति की दिनचर्या में प्रातःजागरण की भूमिका को देखा जा सकता है। हालाँकि कई लोग रात को देर तक जागकर अपना कार्य निपटाते हैं और निश्चित होकर सोते हैं, लेकिन अधिकांशतः प्रातः जल्दी उठने वाले व्यक्तियों को ही अधिक क्रियाशील एवं रचनात्मक पाया गया है और इसके लाभ की सूची भी लंबी है।
Brahmamuhurta is one and a half hour before sunrise, this is the best time to start the routine. Every sensible person makes good use of this time and from the point of view of spiritual practice, this time has special importance; Because at this time the mind naturally tends to meditate. Not surprisingly, the role of morning awakening can be seen in the daily routine of every successful person. Although many people wake up late at night to complete their work and sleep with certainty, most of the people who get up early in the morning have been found to be more active and creative and the list of its benefits is also long.
ज्ञान की निधि वेद वेद ज्ञान की अमूल्य निधि एवं धरोहर है। इनमें आंलकारिक प्रसंग से जटिल विषय को सरल करके समझाया गया है। देश का एवं मानवजाति का दुर्भाग्य है कि महाभारत के पश्चात वेदों के पठन-पाठन की परम्परा छूट गई तथा चारित्रिक कुरीतियाँ प्रचलित हो गई जो हमारे पतन का तथा वैदिक सभ्यता के उपहास का कारण बनी। इन कुरीतियों को...